हिजबुल्लाह का इजराइल पर बड़ा रॉकेट हमला, 7 घायल, लेबनान में बढ़ती तनाव की स्थितियां!

रविवार को लेबनान के चरमपंथी संगठन हिजबुल्लाह ने इजराइल के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 250 रॉकेट और अन्य हथियारों से हमला किया, जिससे कम से कम सात लोग घायल हो गए। यह हिजबुल्लाह द्वारा इजराइल पर किया गया पिछले कुछ महीनों का सबसे भीषण हमला था, जिसमें कुछ रॉकेट इजराइल के मध्य में स्थित तेल अवीव के इलाके तक पहुंच गए। इजराइल की ‘मैगन डेविड एडोम’ बचाव सेवा ने पुष्टि की कि वह हिजबुल्लाह द्वारा किए गए हमलों में घायल हुए सात लोगों का इलाज कर रही है। यह हमले इजराइल द्वारा बेरूत में किए गए घातक हवाई हमले के जवाब में किए गए थे, जिसने क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा दिया है।
हिजबुल्लाह का जवाबी हमला और तनाव
रॉकेट हमले के बाद, हिजबुल्लाह के प्रवक्ताओं ने कहा कि यह कार्रवाई इजराइल के द्वारा बेरूत में किए गए हवाई हमले का जवाब थी, जिसमें बड़ी संख्या में नागरिकों की जानें गईं थीं। यह हमला युद्धविराम के लिए हो रहे प्रयासों के बीच किया गया है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या संघर्षविराम की संभावनाएं अब समाप्त हो गई हैं। हिजबुल्लाह द्वारा यह हमला एक ओर संकेत है कि संघर्ष अब और भी विकराल हो सकता है, और युद्धविराम की संभावनाओं के लिए दबाव बढ़ सकता है।
इजराइल और लेबनान के बीच बढ़ते संघर्ष
इसी बीच, लेबनान की सेना ने रविवार को यह जानकारी दी कि इजराइल के हमले में एक लेबनानी सैनिक की मौत हो गई, जबकि 18 अन्य घायल हो गए। इजराइल की सेना ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि यह हमला हिजबुल्लाह के खिलाफ उनकी सैन्य कार्रवाई का हिस्सा था, और उनका अभियान केवल चरमपंथियों को निशाना बनाने के लिए था।
इस घटना के बाद से, इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच चल रहे संघर्ष में और तीव्रता आ गई है। युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक इजराइली हमलों में 40 से अधिक लेबनानी सैनिक मारे जा चुके हैं, हालांकि लेबनान की सेना ने इस युद्ध में सीधे तौर पर भाग नहीं लिया है। लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने इजराइल के हमले की कड़ी निंदा की है और इसे अमेरिकी नेतृत्व में चल रहे संघर्षविराम प्रयासों पर हमला बताया है।
बेरूत पर इजराइली हमले में 29 मौतें
शनिवार को इजराइल ने बेरूत पर बिना किसी चेतावनी के हवाई हमले किए, जिससे कम से कम 29 लोग मारे गए और 67 अन्य घायल हो गए। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यह हमला नागरिकों पर किया गया था और इससे बेरूत के कुछ प्रमुख इलाकों में भारी तबाही हुई। इस हवाई हमले ने पूरे क्षेत्र में डर और असुरक्षा की भावना को और बढ़ा दिया है, और कई लोग इसे संघर्षविराम की संभावनाओं के खिलाफ एक बड़ा झटका मान रहे हैं।
क्या संघर्ष विराम की संभावना खत्म हो गई?
मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या संघर्षविराम की उम्मीदें अब खत्म हो गई हैं। इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ती हिंसा और नागरिकों की मौत ने संघर्षविराम की प्रक्रिया को और भी जटिल बना दिया है। हिजबुल्लाह के द्वारा किए गए रॉकेट हमले और इजराइल के हवाई हमले दोनों ही इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि क्षेत्र में शांति लाने के प्रयासों को गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
इन हमलों ने पूरे मध्य पूर्व में एक बार फिर से युद्ध की स्थिति को जन्म दे दिया है, जिससे न केवल इजराइल और लेबनान, बल्कि पूरे क्षेत्र की सुरक्षा और भविष्य पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। अब यह देखना होगा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और संघर्षविराम के प्रयासों में संलिप्त देशों द्वारा इस बढ़ते संघर्ष पर काबू पाने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।
क्या हिजबुल्लाह और इजराइल के बीच यह हिंसा युद्ध की ओर बढ़ेगी, या क्या संघर्षविराम की कोई संभावना बनी रहेगी? यह सवाल अभी भी अनुत्तरित है, लेकिन आने वाले दिनों में इसका जवाब मिल सकता है।
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