July 1, 2025

इजराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम समझौता हुआ करीब, 15 महीने की खून-खराबे के बाद क्या थमेगा युद्ध?

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खाड़ी क्षेत्र में इजराइल और हमास के बीच जारी 15 महीने की भीषण जंग अब थमने के कगार पर पहुंच चुकी है, क्योंकि दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से अटके संघर्ष विराम पर समझौता होने की खबर आ रही है। फिलिस्तीनी कैदियों के बदले इजरायली बंधकों की अदला-बदली और गाजा से इजरायली सैनिकों की वापसी के लिए पहले चरण की पहल भी इस समझौते का हिस्सा है। हालांकि, संघर्ष विराम समझौते को लेकर कुछ तकनीकी मुद्दे अभी भी हल किए जा रहे हैं, और दोनों पक्ष इसे अंतिम रूप देने में जुटे हैं।

जंग की शुरुआत और तबाही का मंजर

यह संघर्ष तब शुरू हुआ था जब 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने अचानक इजराइल पर हमला किया। इस हमले में करीब 1,200 इजरायली नागरिक मारे गए और 250 से ज्यादा लोग बंधक बना लिए गए। इसके बाद इजराइल ने कड़ी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें गाजा क्षेत्र में भारी तबाही हुई। फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजराइल के हमले में 46,000 से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए, जबकि गाजा की 90 फीसदी आबादी को विस्थापित होना पड़ा।

खून-खराबे का लंबा सिलसिला

इस संघर्ष के दौरान इजराइल और गाजा में जमकर खून बहा। 7 अक्टूबर से 15 जनवरी तक इजराइल में 1,139 लोग मारे गए और 8,730 घायल हुए। गाजा में भीषण तबाही के बाद, वहां 46,707 लोग मारे गए और 110,265 घायल हुए। इनमें आधे से ज्यादा महिलाएं और बच्चे थे। इजराइल की जवाबी कार्रवाई ने गाजा के विशाल हिस्से को समतल कर दिया, और अधिकांश इमारतों को जमींदोज कर दिया। 23 लाख की आबादी में से 90% लोग अपने घरों से पलायन कर चुके हैं और तटीय शिविरों में भूख और बीमारी का सामना कर रहे हैं।

संघर्ष विराम की उम्मीद

नवंबर 2024 में दोनों पक्षों के बीच एक सप्ताह का संघर्ष विराम हुआ था, जिसमें 100 से ज्यादा बंधकों को रिहा किया गया था। अब इस नए समझौते में बंधकों की अदला-बदली की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जिसके बाद गाजा क्षेत्र में आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए गए दर्जनों इजरायली नागरिकों को रिहा किया जाएगा। साथ ही, विस्थापित फलस्तीनी नागरिकों को अपने घरों में लौटने का मौका मिलेगा।

इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को कहा कि गाजा पट्टी में बंधकों की वापसी के लिए समझौता हो चुका है। उनके कार्यालय से कुछ घंटे पहले यह जानकारी दी गई थी कि हमास ने आखिरी वक्त में कुछ अहम शर्तों से पीछे हटने के कारण समझौते में रुकावट आ गई थी। हालांकि, नेतन्याहू ने यह भी बताया कि अब यह समझौता मंजूरी के कगार पर है और इसके बाद जल्द ही दोनों पक्षों द्वारा अपने-अपने बंधकों की अदला-बदली की जाएगी।

संघर्ष विराम से पहले हमले तेज

हालांकि, गुरुवार को गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया कि संघर्ष विराम की घोषणा के बावजूद इजरायली हमले जारी रहे, जिनमें कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई। मंत्रालय ने कहा कि इन आंकड़ों में केवल दो अस्पतालों में लाए गए शवों की संख्या शामिल है, जबकि वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है।

मध्यस्थता की भूमिका

इस समझौते में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और कतर के प्रमुख मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं। नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने बंधकों को लेने के लिए एक विशेष टास्क फोर्स तैयार कर दी है और परिवारों को सूचित किया है कि हमास के साथ समझौता हो चुका है।

इस समझौते के बाद, क्या हमास और इजराइल के बीच संघर्ष विराम कायम रहेगा, या यह केवल अस्थायी राहत साबित होगा? यह सवाल अब भी बाकी है, लेकिन फिलहाल दोनों पक्षों के बीच एक ठोस समझौते की दिशा में यह कदम काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

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