हिजबुल्लाह में नया नेतृत्व: नईम कासिम बने प्रमुख, क्या इजराइल का निशाना बनेंगे?

हिजबुल्लाह ने लगभग एक महीने के अंतराल के बाद नया नेता चुन लिया है। नईम कासिम अब समूह के कमांडर होंगे, जो हसन नसरल्लाह की मृत्यु के बाद इस भूमिका में आए हैं। पिछले दो महीनों में इजराइल ने हिजबुल्लाह के कई प्रमुख नेताओं को निशाना बनाते हुए उनकी हत्या की है। इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने मंगलवार को इस नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कासिम की स्थिति अस्थायी है और वह लंबे समय तक इस पद पर नहीं रहेंगे।
गैलेंट ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में इशारा किया है कि इजराइल का ध्यान अब हिजबुल्लाह के नए प्रमुख की ओर है। हसन नसरल्लाह, जिन्होंने लगभग तीन दशकों तक इस पद को संभाला, की पिछले महीने इजराइली एयर स्ट्राइक में हत्या कर दी गई थी।
गैलेंट ने अपने एक और पोस्ट में लिखा, “काउंडाउन बिगिन,” जो इस बात का संकेत है कि इजराइल ने नईम कासिम को भी अपने हमलों का संभावित लक्ष्य मान लिया है। यह घोषणा तब आई है जब इजराइल के एक हमले में हिजबुल्लाह की कार्यकारी परिषद के प्रमुख हाशेम सफीउद्दीन की मौत हुई, जिन्हें नसरल्लाह का संभावित उत्तराधिकारी माना जा रहा था।
नईम कासिम का परिचय भी महत्वपूर्ण है। 71 वर्षीय कासिम का जन्म 1953 में बेरूत में हुआ था। उनका परिवार इजराइल के कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्र से विस्थापित होकर बेरूत आया था। वह हिजबुल्लाह के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं और 1982 में समूह के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं। कासिम हिजबुल्लाह के प्रमुख प्रवक्ताओं में से एक रहे हैं और उन्होंने कई बार विदेशी मीडिया को इंटरव्यू दिए हैं।
इस नियुक्ति के साथ हिजबुल्लाह में राजनीतिक और सैन्य घटनाक्रम तेजी से बदलने की संभावना है, जिससे क्षेत्र में नई सियासी गतिशीलता पैदा हो सकती है। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या कासिम इजराइल के लिए एक नई चुनौती साबित होंगे या उन्हें भी अपने पूर्ववर्ती के समान खतरों का सामना करना पड़ेगा।
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