जयपुर में गैस रिसाव से मचा हड़कंप, बड़ा हादसा टला; पुलिस और फायर ब्रिगेड की तत्परता से नियंत्रण
राजस्थान की राजधानी जयपुर में गैस रिसाव की एक और घटना ने इलाके में खलबली मचा दी। मंगलवार को जयपुर के विश्वकर्मा इलाके में रोड नंबर-18 पर स्थित एक गैस फिलिंग प्लांट से अचानक कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) गैस का रिसाव शुरू हो गया। यह घटना इलाके में एक बड़े हादसे का कारण बन सकती थी, लेकिन पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम की तत्परता से बडी़ अनहोनी टल गई।
गैस रिसाव से इलाके में घना धुंआ फैल गया
संबंधित गैस प्लांट से रिसाव होते ही इलाके में घना सफेद धुंआ फैल गया, जिससे आस-पास के क्षेत्र में हड़कंप मच गया। कार्बन डाइऑक्साइड गैस के रिसाव से पूरी सड़क धुंआ-धुंआ हो गई, और खड़ी गाड़ियों पर बर्फ जैसी सफेद चादर बिछी हुई प्रतीत होने लगी। पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना मिलने पर दोनों दल तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया।
लीकेज का कारण टैंकर का टूटे हुए वॉल्व को बताया गया
बताया जा रहा है कि यह रिसाव गैस फिलिंग प्लांट में खड़े एक टैंकर के वॉल्व के टूटने से हुआ। टैंकर में करीब 20 टन कार्बन डाइऑक्साइड गैस भरी हुई थी, जो रिसाव की वजह से पूरे इलाके में फैल गई। गैस का रिसाव करीब 200 से 300 मीटर तक फैल चुका था। मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड की टीम ने वॉल्व को बंद कर गैस का रिसाव रोका और पानी की बौछार करके गैस के लेवल को कम किया। इसके बाद स्थिति नियंत्रण में आई।
सड़क पर विजिबिलिटी कम होने से गाड़ियों को धीमे से निकाला गया
गैस के रिसाव के कारण इलाके में विजिबिलिटी भी काफी कम हो गई, जिससे सड़क पर चल रहे वाहन भी धीमे हो गए। पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी और धीरे-धीरे ट्रैफिक को निकाला।
पिछले कुछ हफ्तों में राजस्थान में गैस हादसों की कड़ी बढ़ी
यह घटना एक हफ्ते पहले ही हुई एक अन्य दर्दनाक गैस हादसे के बाद आई है। कुछ दिन पहले ही जयपुर के अजमेर हाईवे पर गैंस टैंकर हादसा हुआ था, जिसमें आग लगने से 20 लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे ने पूरे प्रदेश में यातायात नियमों और गैस टैंकरों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी थी। इसके बाद ही जयपुर में मिथेन गैस से लदा एक टैंकर पलटने की खबर भी आई थी। अब इस गैस रिसाव की घटना ने एक बार फिर से गैस सुरक्षा के सवाल को उठाया है।
किसी तरह की जनहानि की खबर नहीं
गुड न्यूज़ यह है कि इस घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि की कोई सूचना नहीं है और स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है। अधिकारियों ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद इलाके में एहतियाती कदम उठाए गए, जिससे बड़ा संकट टल गया।
जयपुर के इस गैस रिसाव हादसे ने एक बार फिर से गैस फिलिंग प्लांट्स और टैंकरों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता को उजागर किया है।
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