महाकुंभ में योगी कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक: प्रदेश के विकास के लिए कई अहम प्रस्तावों को मिली मंजूरी

प्रयागराज, उत्तर प्रदेश: महाकुंभ के दौरान आयोजित योगी सरकार की कैबिनेट बैठक में प्रदेश के विकास से जुड़ी कई महत्वपूर्ण योजनाओं और प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पूर्वांचल के विकास और स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित बड़े फैसले लिए गए। इस दौरान प्रयागराज, वाराणसी और आगरा में सुपर मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल बनाने के प्रस्ताव के अलावा कई अन्य अहम फैसले भी लिए गए।
स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम
सीएम योगी ने स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए तीन प्रमुख शहरों में सुपर मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल बनाने का ऐलान किया। प्रयागराज, वाराणसी और आगरा में इन अस्पतालों के निर्माण से स्वास्थ्य सेवाओं को नई दिशा मिलेगी और यहां के नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं मुहैया हो सकेंगी। इन अस्पतालों के निर्माण से न केवल प्रदेश के चिकित्सा बुनियादी ढांचे में सुधार होगा, बल्कि क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं में भी बड़ा परिवर्तन आएगा।
म्युनिसिपल बांड और अवस्थापना विकास पर जोर
सीएम योगी ने म्युनिसिपल बांड जारी करने और अवस्थापना विकास निधि से क्रेडिट रेटिंग के लिए धनराशि की उपलब्धता के प्रस्तावों को मंजूरी दी। यह प्रस्ताव प्रयागराज, वाराणसी और आगरा के नगर निगमों के लिए था, और इससे इन शहरों में बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी आएगी। इन निर्णयों से नगर निगमों के वित्तीय स्त्रोतों में वृद्धि होगी और शहरों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी।
व्यवसायिक शिक्षा और कौशल विकास के लिए पहल
कैबिनेट बैठक में व्यवसायिक शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। टाटा टेक्नोलॉजी लिमिटेड (TTL) के सहयोग से प्रदेश के 62 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को पुनः विकसित किया जाएगा और 5 नए सेंटर फॉर इनोवेशन, इन्वेंशन, इनक्यूबेशन एंड ट्रेनिंग (CIIIT) की स्थापना की जाएगी। यह पहल युवाओं को बेहतर रोजगार अवसर प्रदान करेगी और राज्य में कौशल विकास के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।
हाथरस, बागपत और कासगंज में मेडिकल कॉलेज की स्थापना
प्रदेश के हाथरस, बागपत और कासगंज जिलों में मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाने के लिए भारत सरकार की वायबिलिटी गैप फंडिंग (VGF) के तहत पीपीपी मोड पर काम शुरू किया जाएगा। इसके लिए सफल निविदा दाताओं का चयन किया जाएगा। यह कदम राज्य के चिकित्सा शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा और यहां के लोगों को उच्च स्तर की चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने के बेहतर अवसर मिलेंगे।
बलरामपुर को मिली बड़ी सौगात
बलरामपुर जिले के लिए एक और बड़ी घोषणा की गई है। यहां स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना के लिए 166 बिस्तरों वाले राजकीय संयुक्त चिकित्सालय को चिकित्सा शिक्षा विभाग के पक्ष में निःशुल्क हस्तांतरित किया जाएगा। इसके अलावा, बलरामपुर में KGMU के सेटेलाइट सेंटर को स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में परिवर्तित किया जाएगा। यह कदम बलरामपुर जिले के स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाएगा और यहां के नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करेगा।
राज्य के विकास पर महत्वपूर्ण चर्चा
सीएम योगी ने बैठक में महाकुंभ में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया और इस अवसर पर राज्य के विकास से जुड़ी नीतियों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में पहली बार पूरा मंत्रिमंडल मौजूद है, और इस दौरान राज्य के विकास से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई है। साथ ही, प्रयागराज से जुड़े कई मुद्दों पर विस्तार से बातचीत की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश एयरोस्पेस, रक्षा और रोजगार से संबंधित नीति के 5 साल पूरे हो गए हैं, और अब इसे नए सिरे से तैयार करने की योजना बनाई गई है।
समग्र विकास की दिशा में एक और कदम
यह कैबिनेट बैठक न केवल प्रदेश के स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण थी, बल्कि यह राज्य के समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इन प्रस्तावों से न केवल उत्तर प्रदेश के नागरिकों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी, बल्कि प्रदेश की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में भी सुधार होगा।
अंतिम शब्द
इस महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक ने प्रदेश में स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों को और गति दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नेतृत्व प्रदेश के विकास की ओर एक और मजबूती से कदम बढ़ाने की दिशा में है। यह फैसला साबित करता है कि प्रदेश का भविष्य उज्जवल है और नागरिकों को सरकार की योजनाओं से आने वाले दिनों में बड़ी राहत मिलेगी।
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