बदायूं में सम्राट अशोक की प्रतिमा को अराजकतत्वों ने किया क्षतिग्रस्त, बौद्ध भिक्षुओं में गुस्से का माहौल
बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां अराजकतत्वों ने सम्राट अशोक की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना ने बौद्ध समुदाय में आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। बौद्ध भिक्षुओं ने इस हमले के खिलाफ कलेक्ट्रेट परिसर में जमकर विरोध प्रदर्शन किया और आरोपियों पर कठोर कार्यवाही की मांग की।
सम्राट अशोक की प्रतिमा का vandalism बौद्ध भिक्षुओं के लिए गहरी चिंता का विषय बन गया है, खासकर जब उन्होंने बताया कि अराजकतत्वों ने सिर्फ प्रतिमा को ही नहीं, बल्कि बुद्ध बिहार सूर्यकुंड स्थित बौद्ध वृक्ष के नीचे शिवलिंग की एक प्रतिमा को भी स्थापित कर दिया। इसके अलावा, बौद्ध भिक्षुओं के साथ अभद्रता का भी आरोप लगाया गया, जब पुलिसकर्मियों ने एक बौद्ध भिक्षु का सामान बाहर निकाल कर फेंक दिया और उन्हें कलेक्ट्रेट परिसर से बाहर निकालने के बाद ताला लगा दिया।
सिबिल लाइन इंस्पेक्टर के खिलाफ भी गंभीर आरोप लगते हुए कहा गया कि उन्होंने बौद्ध भिक्षु का सामान निकाल कर फेंका। वहीं, पुलिस की इस कार्रवाई के बाद बौद्ध समुदाय ने पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। यह मामला बदायूं के फतेहगढ़ कलेक्ट्रेट परिसर का है, जहां इस घटना ने एक नया मोड़ लिया है।
बौद्ध भिक्षु चेतसिक ने घटना के बाद अपने बयान में कहा कि इस तरह की घटनाएं बौद्ध समाज को अपमानित करने की कोशिशों का हिस्सा हैं, और इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस प्रशासन फिलहाल इस मामले की जांच में जुटा हुआ है।
अब यह देखना है कि क्या प्रशासन इस मामले में सही दिशा में कदम उठाता है और आरोपियों को सजा दिलवाने के लिए क्या कार्रवाई करता है।
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