July 1, 2025

उत्तर प्रदेश में बड़ा इन्फ्रास्ट्रक्चर बदलाव: गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार, बुंदेलखंड और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने की स्वीकृति

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उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेसवे के विस्तार को मंजूरी मिल गई है, जिससे राज्य के विकास में नया अध्याय जुड़ने वाला है। इस विस्तार के बाद गंगा एक्सप्रेसवे को अब मेरठ से लेकर प्रयागराज तक ही नहीं, बल्कि मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, चंदौली और गाजीपुर तक जोड़ा जाएगा, जिससे न सिर्फ इन क्षेत्रों को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी, बल्कि पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर को नया रूप मिलेगा।

यह अहम फैसला उत्तर प्रदेश सरकार की विशेष कैबिनेट बैठक में लिया गया, जो महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में आयोजित की गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस निर्णय की घोषणा करते हुए बताया कि इस कदम से राज्य के विकास की दिशा में बड़ा बदलाव आएगा और यह उत्तर प्रदेश के भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

गंगा एक्सप्रेसवे का नया विस्तार और कनेक्टिविटी के फायदे

अब तक गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण मेरठ से प्रयागराज तक प्रस्तावित था, लेकिन इस नए निर्णय के बाद इसे मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, चंदौली, और गाजीपुर के रास्ते से कनेक्ट किया जाएगा। इस विस्तार से बलिया, गाजीपुर और मऊ जैसे इलाकों को भी बड़ा फायदा मिलेगा, क्योंकि इन्हें अब दिल्ली आने के लिए लखनऊ से होकर गुजरने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इससे इन क्षेत्रों के लोग सीधे गंगा एक्सप्रेसवे के जरिए दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों से जुड़ सकेंगे।

इसके अलावा, गंगा एक्सप्रेसवे के इस विस्तार को ‘प्रयागराज-विंध्य-काशी एक्सप्रेस वे’ के नाम से जाना जाएगा, जो प्रयागराज और चित्रकूट के बीच सीधी कनेक्टिविटी स्थापित करेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से गंगा एक्सप्रेसवे को जोड़ने से चित्रकूट और प्रयागराज के बीच यात्रा बहुत आसान हो जाएगी। यह कनेक्टिविटी रीवा नेशनल हाइवे से भी जोड़ी जाएगी, जिससे चित्रकूट से लेकर प्रयागराज, नोएडा और दिल्ली के बीच यात्रा सुगम हो जाएगी।

उत्तर प्रदेश का इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी में नया मोड़

गंगा एक्सप्रेसवे के इस विस्तार से उत्तर प्रदेश के उन इलाकों में भी सुधार आएगा, जो पहले भौगोलिक रूप से कुछ हद तक अलग-थलग थे। यूपी के झांसी, मध्य प्रदेश के भिंड, मुरैना, ग्वालियर और बीना जैसे शहरों के लिए भी यह रास्ता आसान होगा। इससे इन क्षेत्रों के लोग भी दिल्ली, लखनऊ और अन्य प्रमुख व्यापारिक केंद्रों तक जल्दी पहुंच सकेंगे।

यमुना पर नए पुल और फोर लेन ब्रिज का निर्माण

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट बैठक के बाद यह भी बताया कि प्रयागराज में यमुना नदी पर सिग्नेचर ब्रिज के समानांतर एक नया पुल बनाने का निर्णय लिया गया है। यह पुल न सिर्फ यातायात को आसान बनाएगा, बल्कि प्रयागराज और इसके आसपास के क्षेत्रों के लिए एक बड़ी सुविधा साबित होगा। इसके अलावा, मिर्जापुर, जौनपुर, वाराणसी, आजमगढ़, और गोरखपुर के कनेक्टिविटी के लिए सलोरी-हेतापट्टी झूंसी के बीच फोर लेन ब्रिज के निर्माण को भी हरी झंडी दी गई है, जो इन इलाकों में यातायात की स्थिति को सुधारने में मदद करेगा।

एससीआर प्रोजेक्ट पर काम जारी

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि एससीआर (प्रयागराज-चित्रकूट डेवलेपमेंट रीजन) प्रोजेक्ट पर भी काम चल रहा है। यह परियोजना उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और मध्य भागों को एक दूसरे से और बेहतर तरीके से जोड़ने का कार्य करेगी। इस पहल के तहत विकास को बढ़ावा देने के लिए व्यापक योजनाएं बनाई जा रही हैं, जो राज्य के समग्र विकास में सहायक साबित होंगी।

आखिरकार, उत्तर प्रदेश में होगा एक नया युग शुरू

इस फैसले के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के विकास के लिए अपनी योजनाओं को पूरी मजबूती से लागू करने का मन बना लिया है। गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार, नए पुल और ब्रिज का निर्माण, और एससीआर जैसे प्रोजेक्ट्स इस दिशा में अहम कदम साबित होंगे। इन सभी पहलुओं के चलते न केवल उत्तर प्रदेश के नागरिकों को यातायात में राहत मिलेगी, बल्कि राज्य की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में भी सुधार होगा।

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